मेरी अजमेर, पुष्कर और जयपुर की यात्रा

दोस्तों आज आपको अपनी एक छोटी यात्रा के बारे में बताता हूँ. मैंने और मेरे एक दोस्त (हिमांशु) ने २ दिन में इस यात्रा को पूरा किया और वो भी बाइक से. हमने २ दिन में करीब 1200 किलो मीटर से ज्यादा बाइक चलाई। रास्ते में ढाबों पे सोए, राजस्थानी खाना खाया, ऊँट की सवारी की और ब्रम्हं मंदिर में एक माता जी से मिले जो मंदिर के नीचे
प्रसाद बेच रही थी और जिसके एक छोटे से सच ने मुझे आज तक सबसे ज्यादा चोट की. जब हम मंदिर के नीचे पहुंचे तो वो (माता जी) प्रसाद बेचने के लिए हमारे सामने आ गई, जब हम उनसे बच कर जाने लगे तो उन्होंने कहा की "बेटा ये प्रसाद बेच कर मुझे 1 -2 रुपये मिलते हैं उन 1 -2 रुपयो की खातिर मै तुमसे ये प्रसाद लेने के लिए कह रही हूँ". पता नहीं क्यों पर उनकी ये बात ने मेरी नजरों में मुझे ही गिरा दिया। उनका ये छोटा सा सच मुझे गोली से भी ज्यादा दर्दनाक लगा. मैने आज तक कभी किसी की भावनाओं को समझने कि कोशिस नहीं की पर पता नहीं उस दिन उन माता जी की 1 - 2 रूपया कमाने वाली बात ने मेरी आँखो में आँशु ला दिये।   

हम दिल्ली से अजमेर के लिए रात को करीब 9 बजे निकले और सुबह 4 बजे अजमेर पहुँचे। अजमेर पहुँच कर हमने एक सस्ता सा होटल लिया और फिर हम थोड़ी देर के लिए सो गए. जब उठे तो 8 बज चुके थे तो हम अजमेर और पुष्कर घूमने के लिए निकल गये.  अजमेर से पुष्कर की दूरी सिर्फ 12 - 15 किलो मीटर है. अजमेर में घूमने के लिए सिर्फ के अजमेर सरीफ़ दरग़ाह हैं और दरगाह के आस पास की छोटी सी बाजार। उसके बाद हम पुष्कर के ब्रम्हा मंदिर गए, थोड़ी देर झील में बैठे और लोकल की प्यारी सी मार्किट घुमे और फिर अजमेर को लौट गए. पुष्कर के बारे में एक बात तो आप को बताना भूल गया की आप मंदिर के पास ही राजस्थान के जहाज (camel) की सवारी कर सकते है और वो भी बहुत सस्ते मे. 

पुष्कर की इस यात्रा में हमारे साथ बहुत सारे रौचक घटनाए हुई जो में आप को किसी और दिन बताऊंगा। अगले दिन सुबह 4 बजे हमने अजमेर छोड़ दिया और जयपुर के लिए निकल पड़े. जयपुर मे अगर आप कभी जाओ तो गलता जी का मंदिर जरूर देखना। उसे आप जिंदगी भर याद रखोगे। अगर आप पर्सनली कुछ पूछना चाहते है तो यहाँ क्लिक करें। ये एक फ्री सर्विस हैं इसलिए आप कभी भी कॉल या मेल कर सकते हैं.   

कहाँ रुके ?
अजमेर और पुष्कर में हर बजट के होटल और धर्मशालाए है. 

कहाँ खाए ?
पुष्कर मंदिर के पास के मार्किट बहुत अच्छी है, मार्किट घूमे और कुछ नया try करे. मार्किट में दिल्ली की कचौरी बहुत अलग अंदाज़ में मिलती हैं. 

पुष्कर लेक का विहंगम फोटो 

1 comment:

John Merchant said...

Every one knows that pushkar is world famous because of lake , pushkar fair and world famous Brahma temple, you are explaining each and every thing very clearly and and story was very nice and interesting. We are also planing for such type of yatra and one of my friend told me about Hotel Pushkar and it is very nice and good service quality provider.