पतली रस्सी और बड़ा हाथी

दोस्तों आज की कहानी कोई नई कहानी नहीं हैं, ये कहानी मुझसे, आपसे और उन सब लोगो की कहानी है जो अपनी ताकत से अनजान हैं. जो अपने को सही से नहीं जानते। जिनको लगता है की वो कुछ बड़ा काम नहीं कर सकते. जिनको नहीं पता की वो क्या क्या कर सकते है. जो ये सोचते है की हम कुछ नहीं कर सकते हैं. क्योंकि उनका मानना है की उनके अंदर वो खुबिया नहीं है जो दूसरे सफल लोगो में हैं. इस कहानी को पड़ने के बाद किसी बधे  हुए हाथी को जरूर देखे और अपने आप से पूछे की - क्या हाथी इस रस्सी को नहीं तोड सकता है, जिससे वो बधा हैं? 
पतली रस्सी और बड़ा हाथी  
क्या आपको पता है, जब हाथी का बच्चा छोटा होता है तो उसे पतली एंव कमजोर रस्सी से बांधा जाता है| हाथी का बच्चा छोटा एंव कमजोर होने के कारण उस रस्सी को तोड़कर भाग नहीं सकता| लेकिन जब वही हाथी का बच्चा बड़ा और शक्तिशाली हो जाता है तो भी उसे पतली एंव कमजोर रस्सी से ही बाँधा जाता है, जिसे वह आसानी से तोड़ सकता है लेकिन वह उस रस्सी को तोड़ता नहीं है और बंधा रहता है| ऐसा क्यों होता है?
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब हाथी का बच्चा छोटा होता है तो वह बार-बार रस्सी को छुड़ाकर भागने की कोशिश करता है, लेकिन वह कमजोर होने के कारण उस पतली रस्सी को तोड़ नहीं सकता और आखिरकर यह मान लेता है कि वह कभी भी उस रस्सी को तोड़ नहीं सकता| हाथी का बच्चा बड़ा हो जाने पर भी यही समझता है कि वह उस रस्सी को तोड़ नहीं सकता और वह कोशिश ही नहीं करता| इस प्रकार वह अपनी गलत मान्यता अथवा गलत धारणा (Wrong Beliefs) के कारण एक छोटी सी रस्सी से बंधा रहता है जबकि वह दुनिया के सबसे ताकतवर जानवरों में से एक है| अगर हाथी चाहे तो एक नहीं बहुत साडी रस्सियों को एक ही झटके मे तोड़ सकता है. 

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